शब्दावली
हदीस : हज़रत मुहम्मद के कथन, कर्म एवं मार्गदर्शन।
ईमान : ईश्वर द्वारा अपने पैग़ंबर के ज़रिए भेजे गए संदेश पर दृढ़ विश्वास।
नफ़्स : चित्त, मन, इच्छा।
अमल : कर्म; किसी व्यक्ति द्वारा किया जाने वाला अच्छा या बुरा काम।
वह्य : ईश्वर का वह संदेश, जो पैग़ंबरों को फ़रिश्ते जिब्रील द्वारा भेजा जाता था।
मक्की दौर : मक्का में व्यतीत समय।
उमरह : वार्षिक तारीख़ों को छोड़कर साल में कभी भी किया जाने वाला हज।
अमर-ए-मौऊद : वह चीज़ जिसका ईश्वर ने वादा किया है। यह प्रयत्न से नहीं, बल्कि योग्यता के फलस्वरूप मिलती है।
फ़ितना : उपद्रव; धार्मिक उत्पीड़न।
आयत : क़ुरआन का कोई वाक्य; क़ुरआन की सबसे छोटी ईकाई।
ख़िलाफ़त : हज़रत मुहम्मद के उत्तराधिकारी का पद।
सुन्नत : तरीक़ा, पद्धति; वह काम जो हज़रत मुहम्मद ने किया हो।
शरीअत : इस्लामिक क़ानून।
फ़िक़ह : इस्लामिक धर्मशास्त्र।
इमाम : नेतृत्वकर्ता, मार्गदर्शन करने वाला।
मोमिन : सच्ची निष्ठा से ईश्वर के आदेशों का पालन करने वाला ईश्वरभक्त।
तक़वा : ईश्वर के प्रति अपार श्रद्धा तथा भय रखते हुए दुष्कर्मों एवं बुराइयों से परहेज़ करना।
उम्मत : ईश्वर की ओर से नियुक्त पैग़ंबर को मानने वाला समुदाय।
रिज़्क़ : जीविका, आहार।
फ़रिश्ता : ईश्वर की आज्ञानुसार काम करने वाला देवदूत।
सलाम : इस्लामिक रीति-रिवाज के अनुसार अभिवादन करना।
ख़लीफा : नेतृत्व करने वाला; इस्लाम धर्म के प्रवर्तक हज़रत मुहम्मद का उत्तराधिकारी।
बिदअत : अपनी इच्छानुसार इस्लाम धर्म में किसी चीज़ को सम्मिलित करना।
निज़ाम-ए-मुस्तफ़ा : हज़रत मुहम्मद द्वारा निर्धारित व्यवस्था।
दावत : ईश्वर के संदेश से परिचित कराना।
क़यामत : सृष्टि के अंत एवं विनाश का दिन।
ख़िलाफ़त-ए-राशिदा : हज़रत मुहम्मद के पहले चार उत्तराधिकारियों का समय एवं उनकी कार्य-प्रणाली।
दारुल हर्ब : वह देश जिनसे किसी मुस्लिम देश की संधि नहीं है और उनसे जंग करना वैध है।
इज्तिहाद : जहाँ क़ुरआन और हदीस से कोई मामला स्पष्ट न हो पाए, वहाँ अपनी राय से उचित रास्ता निकालना।
दारुल इस्लाम : इस्लाम के मानने वालों का घर।
दारुल दावह : इस्लाम से परिचित होने वालों का घर।
मदऊ : वह व्यक्ति जिसे ईश्वर का संदेश पहुँचाना है।
दाई : ईश्वर का संदेश लोगों तक पहुँचाने वाला व्यक्ति।