शब्दावली
पैग़ंबर : ईशदूत; ईश्वर द्वारा नियुक्त व्यक्ति, जिसने ईश्वर का संदेश लोगों तक पहुँचाया।
क़यामत : सृष्टि के विनाश और अंत का दिन।
आयत : क़ुरआन की सबसे छोटी इकाई, श्लोक, इसका शाब्दिक अनुवाद निशानी या संकेत है।
शिफ़ा : इलाज, चिकित्सा, रोग का इलाज करने की ताक़त।
ईमान : ईश्वर द्वारा उसके पैग़ंबर के ज़रिये भेजे गए संदेश पर दृढ़ विश्वास।
आख़िरत : परलोक; मौत के बाद आने वाली दुनिया।
वह्य : ईश्वर का फ़रिश्ते जिब्राईल द्वारा पैग़ंबर को भेजा गया संदेश।
सजदा : सम्मान और समर्पण के भाव से माथा टेकना।
हदीस : हज़रत मुहम्मद के कथन, कर्म एवँ मार्गदर्शन।
फ़ितना : फ़साद, उपद्रव, विद्रोह।
सुन्नत : तरीक़ा; पद्धति; वह काम जो हज़रत मुहम्मद ने किया हो।
रिवायात : वह कड़ियाँ जिनके द्वारा पैग़ंबर की बातें एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पहुँचीं।
मोमिन : सच्चे हृदय से ईश्वर की उपासना एवं उसके आदेशों का पालन करने वाला व्यक्ति।
मसाइल : इस्लामी धर्मशास्त्र संबंधी आदेश,पेचीदा मामले, समस्याएँ।
मेसोपोटामिया : प्राचीन सभ्यता जो टाइग्रिस और यूफ्रेटिस नदी के बीच मौजूदा इराक़ और कुवैत के हिस्से में 3500-1500 ईo में आबाद थी।
कुफ़्र : ईश्वर के अस्तित्व का इंकार करना।
शफ़ाअते-क़ुब्रा : किसी के पक्ष में अनुग्रह करना।
मआरिफ़त : ईश्वर की अनुभूति।
बैत : अपनी इच्छा से किसी का नेतृत्व स्वीकार करना और उसकी आज्ञा का पालन करना