छोटा भगवान
अमेरिका की यात्रा के दौरान मेरी मुलाक़ात एक विवाहित महिला से हुई। उनके साथ दो छोटे बच्चे थे। पता चला कि यह महिला अपने पति से मतभेद के कारण अपने बच्चों के साथ अलग एक छोटे-से मकान में रहती हैं। मैंने कहा कि आज कल के दौर में एक अजीब बात हो रही है कि पति को अपने बच्चों से तो प्यार है, लेकिन उसे अपनी पत्नी से नफ़रत है। इसी तरह, पत्नी को अपने बच्चों से प्यार है, लेकिन अपने पति से नफ़रत। यह एक विरोधाभास है और प्रकृति के नियम के अनुसार, इस तरह की विरोधाभासी सोच (contradictory thinking) और मानसिक विकास, दोनों एक साथ नहीं हो सकते। मैंने कहा कि आज कल यह हाल है कि पति और पत्नी के लिए उनका बच्चा मानो छोटा भगवान (little god) बन जाता है, लेकिन जिस पति या पत्नी के ज़रिये यह बच्चा पैदा हुआ है, उनसे दोनों में दूरी हो जाती है।